पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सभी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को कहा कि हरियाणा में लॉकडाउन निश्चित रुप से दो सप्ताह के लिए बढ़ने वाला है। इसकी विधिवत घोषणा पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। लेकिन हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पीएम ने कहा है कि आर्थिक गतिविधियों को लंबे समय तक रोका नहीं जा सकता। ऐसे में पूरे प्रदेश को तीन क्षेत्र में बांटा जाएगा। पहला क्षेत्र वह होगा जो कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। इस क्षेत्र को रेड जोन में रखा जाएगा। यहां सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जाएगा। इसमें गुरुग्राम, नूंह, पलवल और फरीदाबाद शामिल हैं। इसके बाद ओरेंज जोन होगा। इसमें वे जिले होंगे जहां अभी कम मामले सामने आए हैं। लेकिन लोग क्वारैंटाइन किए गए हैं। इसके बाद तीसरी कैटेगरी आएगी, जहां अभी तक कोई मामला नहीं है, या बहुत कम हैं।
उद्योगों को इन शर्तों पर दी जा सकती है अनुमति
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एमएसएमई उद्योगों को कुछ शर्तों पर काम की अनुमति दी जाएगी। यदि वे सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखेंगे। वहां काम करने वाले कर्मचारियों में सोशल डिस्टेंसिंग होगी। उन्हें रात में वहीं रखेंगे, उनके भोजन की व्यवस्था वहीं करेंगे। संस्थान से बाहर नहीं आने देंगे तो ऐसे संस्थानों को काम की अनुमति दी जाएगी। सीएम ने कहा कि व्यापारियों को इसको लेकर अब प्लान बना लेना चाहिए।

सरसों और गेहूं की खरीद सरकार के लिए चुनौती
हरियाणा में इस बार सरसों और गेहूं की खरीद लॉकडाउन की वजह से देरी से शुरू हो रही है। 15 अप्रैल को सरसों की खरीद शुरू होगी। इसमें कुछ दिन शेष बचे हैं, ऐसे में सरकार के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखते हुए फसल खरीदना बड़ी चुनौती है। पहले उन किसानों की फसल खरीदी जाएगी, जिन्होंने खुद को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्टर करवा रखा है। इसके साथ-साथ मंडियों में मजदूर न होना भी चुनौती है। हालांकि सरकार ने दावा किया है कि सहायता केंद्रों में रुके लोगों ने मंडियों में काम करने की इच्छा जाहिर की है।
इस साल बंपर पैदावार की उम्मीद
अच्छी बारिश और अनुकूल मौसम से इस बार बंपर उत्पादन की उम्मीद है। हरियाणा में पिछले 13 साल में इस बार गेहूं का रकबा सबसे कम है। फिर भी उत्पादन 115.55 लाख टन से अधिक होने की उम्मीद है। इस बार 23.87 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है, जो पिछले साल की अपेक्षा 1.36 लाख हेक्टेयर कम है। मंडियों में करीब 2000 गेहूं खरीद केंद्रों पर 95 लाख टन खरीद के बंदोबस्त किए गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि हरियाणा 70 से 93 लाख टन गेहूं सेंट्रल पूल में दे सकता है। ऐसा हुआ तो देश के 13.33 करोड़ लोगों का यह सालभर का गेहूं होगा।

चंडीगढ़ के बाद गुड़गांव में भी मास्क जरूरी
चंडीगढ़ के बाद गुड़गांव में भी मास्क लगाना अनिवार्य हो गया है। हालांकि, इससे पहले महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और ओडिशा मास्क अनिवार्य किया जा चुका है। यदि कोई बिना मास्क लगाए घूमता पकड़ा जाएगा तो पुलिस उनके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई करेगी। हालांकि मास्क की डिमांड अधिक है और अभी भी 30 से 35 फीसदी लोगों के पास ही मास्क देखा जा रहा है।